लाभ और अधिक
- मूल भगवद् गीता
- हार्ड कॉपी पुस्तक
- हिंदी भगवद गीता
- हिंदी अनुवाद के साथ संस्कृत पाठ
भगवद्गीता भारत के आध्यात्मिक ज्ञान के रत्न के रूप में सर्वत्र विख्यात है। भगवान कृष्ण द्वारा अपने अंतरंग शिष्य अर्जुन को सुनाई गई, गीता के सात सौ संक्षिप्त श्लोक आत्म-साक्षात्कार के विज्ञान के लिए एक निश्चित मार्गदर्शक प्रदान करते हैं। कोई अन्य दार्शनिक या धार्मिक ग्रंथ चेतना, आत्मा, ब्रह्मांड और परमात्मा के स्वरूप को इतने सुस्पष्ट और गहन रूप से प्रकट नहीं करता।
परम पूज्य श्रीमद्भगवद्गीता का यह हिंदी अनुवाद और भाष्य प्रस्तुत करने के लिए परम पूज्य श्रीमद्भगवद्गीताभक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद अद्वितीय रूप से योग्य हैं। वे विश्व के अग्रणी वैदिक विद्वान और शिक्षक हैं, और स्वयं भगवान कृष्ण से आरंभ होकर पूर्णतः आत्म-साक्षात्कार प्राप्त आध्यात्मिक गुरुओं की एक अटूट श्रृंखला के वर्तमान प्रतिनिधि भी हैं। इस प्रकार, गीता के अन्य संस्करणों के विपरीत, यह संस्करण "जैसी है वैसी ही" प्रस्तुत किया गया है -- बिना किसी मिलावट या व्यक्तिगत प्रेरणा के। यह संस्करण अपने प्राचीन किन्तु पूर्णतः सामयिक संदेश से निश्चित रूप से प्रेरित और प्रबुद्ध करेगा।
पूछे जाने वाले प्रश्न
1. यह भगवद् गीता किस भाषा में है?
इसमें संस्कृत श्लोकों का हिंदी अनुवाद और टीका शामिल है ।
2. इस संस्करण के लेखक कौन हैं?
इसका अनुवाद और भाष्य इस्कॉन के संस्थापक ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद द्वारा किया गया है।
3. क्या यह भगवद् गीता मूल संस्करण है?
जी हाँ, यह "भगवद् गीता यथारूप" है , जिसे बिना किसी परिवर्तन के प्रस्तुत किया गया है।
4. क्या यह हार्ड कॉपी है या पेपरबैक?
यह टिकाऊपन और दीर्घकालिक पठन के लिए हार्ड कॉपी (हार्डकवर) संस्करण है।
5. इस पुस्तक में कितनी आयतें हैं?
इस पुस्तक में व्याख्या सहित 700 मूल संस्कृत श्लोक सम्मिलित हैं।
6. क्या यह शुरुआती लोगों के लिए उपयुक्त है?
हां, यह स्पष्ट हिंदी अनुवाद और मार्गदर्शन के साथ शुरुआती लोगों के लिए अनुकूल है।
7. क्या मैं इसका उपयोग दैनिक पढ़ने या अध्ययन के लिए कर सकता हूँ?
बिल्कुल! यह दैनिक आध्यात्मिक अध्ययन और चिंतन के लिए आदर्श है ।